इंसानियत की मिसाल: केरल में फॉरेस्ट अफसर ने नन्हे बंदर को CPR देकर बचाई उसकी जान

केरल में फॉरेस्ट अफसर अरुण पीआर नन्हे बंदर को सीपीआर देते हुए
सीपीआर से बंदर को मिली नई जिंदगी (Photo: AI-generated)

केरल के तिरुवनंतपुरम जिले कि एक घटना ने साबित कर दिया कि इंसानियत आज भी जिंदा है। दरअसल बीट फॉरेस्ट अफसर अरुण पीआर  ने अपनी सूझबूझ और करुणा से एक मासूम जानवर को मौत के मुंह से बचाया। अब इस वीडियो पर लाखों लोग अपना प्यार और आशीर्वाद लुटा रहे हैं.

यह मामला पोन्मुडी इलाके के गोल्डन वैली चेक पोस्ट का है। अरुण ड्यूटी पर तैनात थे, तभी उन्होंने देखा कि एक नन्हा बंदर बिजली के तार से करंट लगने के बाद जमीन पर गिर गया और बेसुध हो गया। आसपास मौजूद लोग घबरा गए, लेकिन अरुण ने एक पल की भी देर नहीं की। उन्होंने उस छोटे से बंदर को गोद में उठाया और उसे बचाने के लिए सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) देना शुरू कर दिया।

अरुण की मेहनत रंग लाई। कुछ ही मिनटों में बंदर ने हल्की-हल्की सांसें लेना शुरू कर दिया। उसकी धड़कनें वापस आईं और वह धीरे-धीरे होश में आ गया। ठीक होने के बाद जब उसे जंगल में छोड़ा गया, तो नन्ने बन्दर की मां दौड़कर आई और बच्चे को अपनी गोद में कसकर गले लगा लिया। यह इमोशनल सीन देखकर वहां खड़े लोगों की आंखें भी नम हो गईं।

इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग अरुण पीआर  की तारीफ करते नहीं थक रहे। कोई उन्हें रियल हीरो कह रहा है तो कोई लिख रहा है – अगर ऐसे लोग दुनिया में हैं, तो जानवर भी सुरक्षित हैं।

इस वीडियो से हमें सीख मिलती है कि इंसान और जानवरों के बीच एक अनकहा रिश्ता होता है, जो सिर्फ करुणा और दया पर टिका है। अगर हर कोई अरुण की तरह दयावान हो जाए, तो यह दुनिया इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी एक खूबसूरत जगह बन सकती है।

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