वसई में दर्दनाक हादसा: मां की लापरवाही से 12वीं मंजिल से गिरी मासूम बच्ची
मुंबई से सटे वसई इलाके से एक बेहद दर्दनाक हादसा घटित हो गया। यहां एक छोटी सी लापरवाही ने एक मासूम बच्ची की जान ले ली। घटना वसई ईस्ट की नवकार सोसाइटी की है, जहां एक 3 साल की बच्ची 12वीं मंजिल की खिड़की से नीचे गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि बच्ची की मां उसे लेकर कहीं बाहर जा रही थी। बाहर जाने से पहले मां ने बच्ची को चप्पल पहनाने के लिए खिड़की के पास रखे लकड़ी के स्टूल पर बैठा दिया। तभी मां कुछ पल के लिए वहां से चप्पल लेने चली गई। उसी दौरान बच्ची ने खिड़की पर बैठने की कोशिश की, लेकिन उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे नीचे गिर गई।
खिड़की में न तो कोई कांच था और न ही कोई सुरक्षा जाली। बच्ची जैसे ही गिरती है, पास में मौजूद सीसीटीवी कैमरे में यह पूरी घटना कैद हो जाती है। वीडियो में साफ दिखाई देता है कि बच्ची के गिरते ही मां घबरा जाती है और जोर-जोर से चिल्लाने लगती है। शोर सुनकर घर के लोग दौड़े और तुरंत नीचे की ओर भागे। बच्ची को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
बच्ची का नाम अन्विका प्रजापति था। घटना के बाद उसका पूरा परिवार गहरे सदमे में है। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि एक पल में सब कुछ कैसे खत्म हो गया।
क्या थी लापरवाही?
जब घर वाले 12 मंजिल पर रहते थे तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए था घर की खिड़कियों में सुरक्षा जाली लगी होनी चाहिए। ऊंची इमारतों में छोटे बच्चों के लिए ऐसी खुली खिड़कियां जानलेवा हो सकती हैं। मां ने बच्ची को स्टूल पर बैठाया और बस कुछ सेकंड के लिए चप्पल लेने गई थी, लेकिन इतने छोटे समय में ही यह हादसा हो गया।
लोगों ने क्या कहा?
इलाके के लोगों का कहना है कि जिन बिल्डिंग्स में छोटे बच्चे रहते हैं, वहां खिड़कियों पर मजबूत ग्रिल या जाली लगाना बेहद ज़रूरी है। ऐसी सुरक्षा की कमी बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती है।
सबक क्या मिला?
यह घटना सभी माता-पिता सिखाती है कि बच्चों को एक पल के लिए भी अकेला छोड़ना जोखिम भरा हो सकता है। बच्चों के आसपास की हर चीज़ को लेकर सजग रहना जरूरी है, खासकर ऊंची बिल्डिंगों में रहने वाले परिवारों को।
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